एलोवेरा का पौधा किसी भी कार्यालय या घर में सकता है। एलोवेरा का पौधा एक रसीला प्रकार का पौधा है। यह अच्छी तरह से हवा शुद्ध संयंत्र में से एक के रूप में जाना जाता है और हर्बल दवाओं में इस्तेमाल होने वाले इसके जेल के लिए लोकप्रिय है।
यह एक कम बढ़ती रसीला है जो 8 इंच (20 सेंटीमीटर) चौड़ी तने वाली (या बहुत शीघ्र उपजी) रोसेट्स के छोटे समूहों को घना बनाती है। पत्तियाँ 5 इंच (12.5 सेमी) लंबी और 0.7 इंच (1,8 सेमी) चौड़ी, हल्के नीले-हरे या भूरे-हरे रंग के, इनर ट्राएंगुलर-शेप्ड (20-30 प्रति रोसेट) तक होती हैं।
एलोवेरा देखने में यह अवश्य अजीब सा पौधा है लेकिन इसके गुणों का कहीं कोई अंत नहीं है। यह जहां बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द, त्वचा की खराबी, मुंहासे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, फटी एड़ियों के लिए यह लाभप्रद है वहीं दूसरी तरफ यह खून की कमी को दूर करता है तथा शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
====एलोविरा का पौधा कैसे लगाए ====
जानें कि ट्रांसप्लांट कब करें: = एलो प्लांट्स अपेक्षाकृत छोटी रूट्स और भारी पत्तियों वाला होता है इसलिए जब ये ऊपरी सिरे पर भारी और नोंकदार हो जाएँ तब इन्हें आमतौर पर किसी भारी पॉट में लगाते हैं | अगर एलोवेरा की रूट्स को ग्रो करने के लिए जगह नहीं बचती तो यह “पप्स” प्रोड्यूस करना शुरू कर देता है जिससे इसे उनके अपने पॉट में रखा जा सकता है
प्लांट को पर्याप्त धूप और गर्माहट दें = एलोवेरा प्लांट को हर दिन 8 से 10 घंटे की धूप की जरूरत होती है | हालाँकि ये गर्म तापमान में बेहतर रूप से ग्रो करते हैं लेकिन ये ज्यादा डोर्मेंट स्टेट में ठन्डे मौसम में सर्ववाइव करने की क्षमता भी रखते हैं | लेकिन अगर इन्हें 25 डिग्री फेरेनहाइट (-4 डिग्री सेल्सियस) से कम तापमान में रखा जाये तो इन्हें नुकसान पहुँच सकता है |
एलोवेरा प्लांट को अच्छी तरह से में लगायें = मिट्टी, रेत और कंकण (बजरी) बराबर मिलकर मिक्स करें। अगर इसे ज्यादा पानी वाली गीली मिट्टी में लगाया जाता है तो ये सड सकता है |
पत्तियां मिट्टी को टच न करें = प्लांट करते समय रूट बॉल को कवर कर दें लेकिन एलोवेरा की पत्तियां मिट्टी को टच न करें रूट जड़ को मिट्टी की सरफेस के बिलकुल नीचे रखें |
वाष्पीकरण को कम करने और मिट्टी को अपनी जगह पर बनाये रखने के लिए गमले के चारों ओर छोटे पत्थर रखे गर्मियों के समय में जब धूप हो तब बहुत तेज़ी से ग्रो करेगा | गर्मियों में या अन्य किसी समय में जब मौसम गर्म और धूप वाला हो तब पानी रोज पानी डालने से एलो प्लांट बहुत तेज़ी से ग्रो करता है | हालाँकि प्लांट में पानी भरना उन्हें सूखा छोड़ने से कई ज्यादा आसान होता है लेकिन गहराई तक मिट्टी सूखने तक पानी न डालें |