ज्ञानलोक के अनमोल विचर 1
आपकी सफलता आपकी सोच पर निर्भर करती है. आप जो करते है और आप के साथ जो रहते है वो आपकी सोच को काफी प्रभावित करते हैं. इसलिए कई बार व्यक्ति के मन में नकारत्मक और अनावश्यक विचार उठने लगते हैं. ऐसे समय में अच्छी बातें सोचना और खुद को उत्साहित करना ही सही होता हैं. इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन चुनिन्दा ज्ञानी पंडित के अनमोल विचार दिए हुए हैं . इन विचारों को जरूर पढ़े और अपने जीवन में उतारें.
जिस समय आप किसी व्यक्ति का अपमान करते है, हकीकत में उस वक्त आप अपना सम्मान खो रहे होते हैं.
देर से बनों पर जरूर कुछ बनों क्योंकि वक्त के साथ लोग खैरियत नहीं हैसियत पूछते हैं.
उम्र में चाहे कोई बड़ा हो या छोटा हो लेकिन वास्तव में बड़ा वही होता है जो सबकों सम्मान दे और सम्मान पूर्वक बात करें.
पूरे विश्व के सभी जीवों में केवल इंसान ही एक ऐसा जीव है जो मुस्कुरा सकता हैं इसलिए हमेशा मुस्कुराते रहिये.
जीवन के हर मोड़ पर व्यक्ति को वहीं करना चाहिए जो उसका हृदय कहता है क्योंकि जो दिमाग कहता है वो “मजबूरी” होती है और जो दिल कहता है वो “मंजूरी” होती हैं.
व्यक्ति अपने पूरे जीवन में खुद को सुंदर दिखाने के लिए जितना प्रयास करता हैं यदि उसका आधा प्रयास अच्छे कर्म करने में लगा दे तो वह महान बन जायेगा.
माफ़ करना और शांत रहना सीखों, ऐसी ताकत बन जाओगे कि एक दिन पहाड़ भी रस्ता दे देगा.
सफलता और असफलता जिन्दगी के दो खूबसूरत पहलू है, दुनिया सफल इंसान भी अपने जीवन में कभी न कभी असफल जरूर हुए हैं.
चार चीजों में शर्म न करना – पुराने कपड़े पहनने में, गरीब साथियों के साथ रहने में, बूढ़े माता-पिता के साथ रहने में और सादे रहन सहन में क्योंकि यहीं आपके बड़प्पन को दर्शाते हैं.
हर इंसान को भाग्य से ज्यादा मिलता हैं, यदि आप सोचते है कि आपके पाँव में जूते नहीं है तो बहुत से ऐसे लोग भी है जिनके पाँव ही नहीं हैं.
यदि आप दूसरों को दुखी देखकर खुश होते है तो आप नकारात्मक सोच के शिकार है.
समस्याओं की अपनी कोई साइज़ नहीं होती !!! वो तो आप के क्षमता के अनुसार छोटी और बड़ी होती हैं.
क्रोध और आँधी के शांत होने के पश्चात ही पता चलता है कि नुकसान कितना हुआ.
आर्थिक स्थिति कितनी भी अच्छी हो, जीवन का सही आनन्द लेने के लिए मानसिक स्थिति अच्छी होनी चाहिए.
घमंड की सबसे बुरी बात यह होती है वो आपको कभी महसूस नहीं होने देगा कि आप गलत है.
यदि आप अपने जीवन में गलती कर रहे है या आप असफल हो रहे है तो आप कुछ कर रहे है. आप उन लोगों से बेहतर है जो खुद को नपुंसक मानकर पूरा जीवन कुछ करते ही नहीं है.
छोटी से आँख में इतनी ताकत होती है कि वह पूरा आसमान देख सके. खुद की शक्तियों को पहचाने से ही सफलता मिलती हैं.
जिन फूलों में खुशबू नहीं होती है उनकी कद्र नहीं होती हैं. इंसान कितना भी बड़ा हो कद्र तो उसकी गुणों के कारण ही होता है.
यदि कोई व्यक्ति पहली मुलाक़ात पर और बेवजह आपको ज्यादा अच्छा लगे तो उससे सावधान रहें.
जब आप कुछ भी सीखते तो सबसे ज्यादा खुश होते है परन्तु 25-30 वर्ष की आयु के बाद अधिकत्तर लोग सीखना बंद कर देते हैं.
जब तक दूसरों को देखकर जियेंगे तब दुःख सहेंगे.
जो लोग आलोचना से डरते है, वह जीवन में कुछ नहीं कर पाते हैं, सफ़र जितना कठिन होता है मंजिल उतनी ही शानदार होती है.
नेत्रहीन होने से ज्यादा बुरा, आँखे होते हुए भी लक्ष्यहीन होना है.
रिश्तों में जब विश्वास होता है तो बातें बिना बोले ही समझ में आती हैं और जब अविश्वास होता है तो बोले गये शब्द भी समझ में नहीं आते हैं.
थोड़ा सा खुद के लिए भी जी लिया करो, ये वो जमाना है जिसमें कोई नहीं कहेगा कि आप थक गये हो तो आराम कर लो.